'उल्लास' ने लिख डाली बेशक, ये सारी बातें पुरानी हैं। 'उल्लास' ने लिख डाली बेशक, ये सारी बातें पुरानी हैं।
ये वक़्त जालिम है बहुत, मेरी कभी बात नहीं सुनता। ये वक़्त जालिम है बहुत, मेरी कभी बात नहीं सुनता।
मन को मेरे सकून पहुँचाती ये आँसू। मन को मेरे सकून पहुँचाती ये आँसू।
अपनी ढाल मैं खुद हूँ, आत्मनिर्भर बनने दो मुझे। अपनी ढाल मैं खुद हूँ, आत्मनिर्भर बनने दो मुझे।
यकीन तो उनका करो जो अपना कीमती वक्त आपको देते हैं!! यकीन तो उनका करो जो अपना कीमती वक्त आपको देते हैं!!
व्यापार समझ के उसने, हर चीज़ का वो दाम कर गया। व्यापार समझ के उसने, हर चीज़ का वो दाम कर गया।